जगदलपुर : जिला समन्वय सुश्री संगीता मौन के मार्गदर्शन व प्राचार्या मनीषा खत्री की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। र...
जगदलपुर : जिला समन्वय सुश्री संगीता मौन के मार्गदर्शन व प्राचार्या मनीषा खत्री की अध्यक्षता में यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस की प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का इस वर्ष का मुख्य कथानक है," सतत जीवन के लिए विज्ञान"
इसके अंतर्गत पांच उप कथानक है :-
1: सतत जीवन के लिए परितंत्र।
2 सतत जीवन के हेतु सामाजिक नवाचार
3 सतत जीवन के लिए उचित प्रौद्योगिकी।
4 सतत जीवन के लिए निरूपण
5 सतत जीवन के लिये पारंपरिक ज्ञान प्रणाली, विकास मॉडलिंग था।
जिस पर सीनियर (आयु 14 से 17 वर्ष) और जूनियर (आयु 10 से 14 वर्ष) वर्ग के बच्चों द्वारा प्रोजेक्ट बनाये गए तथा उनके बीच प्रतियोगिता का ऑनलाइन सीडी वीडियो के द्वारा प्रस्तुतिकरण किया गया। बेहतरीन तरीके से बच्चों द्वारा बनाए हुए प्रोजेक्ट आसपास की समस्याओं पर आधारित थी, जिसका समाधान उन्होंने खोजा और वैज्ञानिक विधि से उसके निराकरण के उपाय प्रस्तुत किये।
उद्बोधन
1 संगीता मौन जिला समन्वयक - विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से नई पीढ़ी को अवगत करने तथा उन्हें इसके विभिन्न आयामों से परिचित कराते हुए उनकी अभिरुचि को दिशा दिए जाने के लिए बच्चों एवं युवाओ को प्रोत्साहित करने हेतु राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार के सहयोग से प्रतिवर्ष किया जाता है। बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन जिला राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। जिला स्तरीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रतिभागी पांच बेहतरीन प्रोजेक्ट का चयन राज्य स्तर हेतु किया गया।
2. मनीषा खत्री प्राचार्य विवेकानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल:-भूतपूर्व राष्ट्रपति व वैज्ञानिक स्वर्गीय अब्दुल कलाम की सोच कि "हर बच्चा वैज्ञानिक बन सकता है " इस सोच के विस्तार का कार्य किया जा रहा है। प्रति वर्ष बस्तर जिले से प्रोजेक्ट का चयन राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर होना यहां की प्रतिभाओं उजागर करता है।
3. पूर्णिमा सरोज:-बच्चों को कोई भी ज्ञान करके सीखने व सिखाने पर वे वास्तविक ज्ञान को सीख पाते हैं और किसी भी समस्या का समाधान वैज्ञानिक विधि से कर पाते हैं जो समाज व देशहित में होता है।बच्चों ने जिस उत्साह से अपने प्रोजेक्ट का प्रदर्शन किया वह सराहनीय है।
4. मनीष अहीर:-बच्चों में वैज्ञानिक विधि से शोध कार्य करने की क्रमबद्ध प्रक्रिया से सीखने की प्रवृत्ति का विकास होता है।
* चयनित प्रोजेक्ट
√ जूनियर वर्ग में
1.नव्या ध्रुव- दीप्ति कॉन्वेंट जगदलपुर
विषय -सतत जीवन हेतु पारम्परिक ज्ञान प्रणाली नवाचार
2. आयुष पोर्ते:- विवेकानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल जगदलपुर:-।
विषय :-सतत जीवन हेतु परितंत्र
✓ सीनियर वर्ग में
1.शिव प्रसाद पटेल
करीत गांव हायर सेकंडरी स्कूल
विषय:- सतत जीवन के लिए उचित प्रौद्योगिकी
2 कु अक्शा स्वामी आत्मानंद स्कूल बस्तर जगदलपुर
विषय:-सतत जीवन के लिए निरूपण(कोरोना महामारी के दौर में स्वास्थ्य व स्वच्छता हेतु सामाजिक नवाचार)
3:संदीप कुमार बड़ेमुरमा
विषय:- सतत जीवन के लिए निरूपण
इस अवसर पर जिला समन्वयक संगीता मौन के साथ रिसोर्स पर्सन व निर्णायक मंडल में पूर्णिमा सरोज व्याख्याता, रियाज़ खान, मनीष अहीर, चंद्रिका बघेल व गाइड शिक्षक गौतम देवांगन, सुचित्रा सिंह, सबिता नायर, उर्मिला ध्रुव, रबीन्द्र सिंह राठौर, राहुल सिंह ठाकुर उपस्थित थे।
इस अवसर ऑनलाइन प्रोजेक्ट प्रस्तुत किये गए।जिले भर के अनेक प्रतिभागी व विज्ञान शिक्षक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन मनीष अहीर ने किया। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता दिसम्बर प्रथम सप्ताह में आयोजित होगी।यहां चयनित प्रतिभागी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रस्तुति ऑनलाइन देंगे।
No comments