Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

Delhi Pollution: दिल्लीवासियों के लिए खुशखबरी-10 साल पुरानी हो गई है गाड़ी, Electric Vehicle में बदल लेंं

यह भी पढ़ें -

नई दिल्ली :  दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है. सरकार ने कहा है कि अगर आपकी पुरानी पेट्रोल और डीजल ...

नई दिल्ली : दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने दिल्लीवासियों के लिए बड़ी खुशखबरी दी है. सरकार ने कहा है कि अगर आपकी पुरानी पेट्रोल और डीजल की चार पहिया गाड़ियां अब 10 साल पुरानी हो गई हैं तो उनको इलेक्ट्रिक व्हीकल में कन्वर्ट कराया जा सकेगा.



इस दिशा में आम आदमी पार्टी की सरकार ने पुरानी गाड़ियों में इलेक्ट्रिक रिट्रो फिटमेंट किट के निर्माताओं और आपूर्तिकर्ताओं को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.सरकार के इस फैसले से दिल्ली के हजारों लोग अपनी पुरानी गाड़ियों को इलेक्ट्रिक वाहन में तब्दील करा सकेंगे. दिल्ली परिवहन विभाग ने इस बारे में एक पब्लिक नोटिस भी जारी किया है.


बता दें कि दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी और गंभीर समस्या बन गई है, जिसे लेकर लोगों की परेशानी बढ़ गई है तो वहीं सरकारें भी इस समस्या को लेकर गंभीर हैं. प्रदूषण की वजह से 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है. अगर 10 साल पुरानी गाड़ियों की स्थिति अगर ठीक है तो उसे सड़क पर उतारने के लिए सरकार ने ये बीच का रास्ता निकाला है.


आंकड़ों की बात करें तो दिल्ली में पेट्रोल-डीजल पर संचालित 10 साल पुरानी गाड़ियों की संख्या लाखों में है. लिहाजा, सरकार के इस फैसले से हजारों लोगों को राहत मिल सकती है. इस बीच, वायु प्रदूषण के चिंताजनक स्तर को देखते हुए दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग ने वाहन चालकों से अपनी गाड़ियों पर ईंधन की पहचान वाले रंगीन स्टीकर लगवाने को भी कहा है.

परिवहन विभाग ने शुक्रवार को जारी नोटिस में कहा कि उच्चतम न्यायालय के एक आदेश और केंद्रीय मोटर वाहन नियम, 1989 के अनुसार दिल्ली राज्यक्षेत्र में पंजीकृत सभी वाहनों पर क्रोमियम आधारित होलोग्राम स्टीकर का प्रदर्शन अनिवार्य है.

विभाग ने कहा है कि, ‘‘पुराने वाहनों के मालिकों को सलाह दी जाती है कि अपने वाहन की विंडशील्ड पर ईंधन की संबंधित श्रेणी के हिसाब से क्रोमियम आधारित होलोग्राम स्टीकर चस्पा कराने के लिए संबंधित विक्रेताओं से संपर्क करें.'' सड़कों पर निरीक्षण के दौरान यातायात पुलिस के अधिकारियों को रंगों वाले स्टीकरों से उसमें इस्तेमाल पेट्रोल, डीजल समेत ईंधन का पता चलता है.

No comments