कोंडागांव : जिले के ग्राम मोहलई में एक दर्दनाक घटना में सात वर्षीय बच्ची पल्लवी राठौर की सांप के काटने से मौत हो गई। पल्लवी को बेहतर उपचार ...
कोंडागांव : जिले के ग्राम मोहलई में एक दर्दनाक घटना में सात वर्षीय बच्ची पल्लवी राठौर की सांप के काटने से मौत हो गई। पल्लवी को बेहतर उपचार के लिए कोंडागांव जिला अस्पताल और फिर मेकाज रेफर किया गया, लेकिन उपचार मिलने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया।
करायत सांप |
27 मई की रात को, पल्लवी राठौर अपने पिता सेवन राठौर और भाई के साथ बिस्तर पर सो रही थी, जबकि उसकी मां छह महीने की छोटी बच्ची के साथ जमीन पर सोई हुई थी। रात करीब दो बजे, एक करैत सांप ने पल्लवी के पैर में काट लिया।
सांप के काटने के बाद पल्लवी ने शोर मचाया, जिससे उसके परिजनों की नींद खुल गई। उन्होंने तुरंत सांप को मार डाला और घायल पल्लवी को निजी वाहन की मदद से कोंडागांव जिला अस्पताल ले गए। अस्पताल में पल्लवी की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उसे मेकाज रेफर किया गया, लेकिन दुर्भाग्यवश अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
मृतिका पल्लवी चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थी और हाल ही में स्कूल खुलने के बाद दूसरी कक्षा में जाने वाली थी। इस घटना से परिवार में शोक की लहर है। पल्लवी की असमय मौत से पूरे परिवार और गांव में गहरा दुख व्याप्त है।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया और बाद में परिजनों को सौंप दिया। इस घटना ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं की कमी और त्वरित इलाज की जरूरत को फिर से उजागर किया है।
इस दर्दनाक घटना के बाद, समाज के विभिन्न वर्गों ने ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने और सांप के काटने जैसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए त्वरित उपायों की मांग की है। ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन से आग्रह किया है कि वे चिकित्सा सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए ठोस कदम उठाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
यह घटना न केवल पल्लवी के परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक बड़ी त्रासदी है। ग्रामीणों का कहना है कि बेहतर चिकित्सा सुविधाएं और त्वरित आपातकालीन सेवाएं ऐसी दुखद घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
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