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स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का बीजापुर दौरा: मलेरिया के बढ़ते मामलों पर विशेष ध्यान

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बीजापुर: मिली जानकारी के अनुसार 187 बच्चे मलेरिया की चपेट में, स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराई

बीजापुर : आज सुबह 11 बजे स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल बीजापुर पहुंचेंगे। उनका आगमन रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा होगा। 



बीते दिनों बीजापुर में मलेरिया के बढ़ते प्रकोप के कारण दो मासूमों की मौत हो गई और कई बच्चे अस्पताल में भर्ती हैं। इस गंभीर स्थिति के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्री का यह दौरा विशेष महत्व रखता है। 




स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और अस्पतालों में भर्ती बच्चों और उनके परिवारों से मिलेंगे। वे स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे ताकि मलेरिया की रोकथाम और उपचार के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें। 


बीजापुर जिले में मलेरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। गंगालूर पोटाकेबिन सहित बीजापुर ब्लॉक के आश्रमों में 187 बच्चों के मलेरिया पॉजिटिव पाए जाने के बाद स्थिति गंभीर हो गई है। इस बीमारी के चलते बीते तीन दिनों में दो मासूमों की मौत हो चुकी है, जिससे जिले में चिंता का माहौल है।



गंगालूर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में वर्तमान में 20 बच्चों का इलाज चल रहा है, जबकि अन्य प्रभावित बच्चों को भी उचित उपचार और देखभाल की आवश्यकता है। आश्रमों में मलेरिया की दवा का छिड़काव नहीं किया गया है और न ही कोई हेल्थ कैंप लगाया गया है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।


स्थानीय निवासियों का कहना है कि जिलेभर में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। मलेरिया के बढ़ते मामलों के बावजूद, प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए जाने से लोग परेशान हैं। बच्चों की जान बचाने के लिए तत्काल मलेरिया की दवाओं का छिड़काव और हेल्थ कैंप की स्थापना आवश्यक है।


स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मलेरिया के प्रकोप को रोकने के लिए जागरूकता और नियमित स्वास्थ्य जांच बेहद जरूरी है। गंगालूर और बीजापुर ब्लॉक में स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए प्रशासन को जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि मलेरिया के प्रकोप को नियंत्रित किया जा सके और बच्चों की जान बचाई जा सके।


जिला प्रशासन से अपेक्षा की जा रही है कि वे स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं और प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल चिकित्सा सहायता और संसाधन उपलब्ध कराएं। मलेरिया के बढ़ते मामलों को देखते हुए, सभी निवासियों से भी अपील की गई है कि वे सावधानी बरतें और मच्छरों से बचाव के उपाय अपनाएं।

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