Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

अमित जोगी ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र

यह भी पढ़ें -

हरुना धान की फसल करने वाले छत्तीसगढ़ के सभी किसानों को 1 नवम्बर से पूर्व कम से कम ₹50,000/- प्रति एकड़ मुआवज़ा राशि देने की माँग   जगदलपुर - ...

हरुना धान की फसल करने वाले छत्तीसगढ़ के सभी किसानों को 1 नवम्बर से पूर्व कम से कम ₹50,000/- प्रति एकड़ मुआवज़ा राशि देने की माँग

 जगदलपुर - दिनांक 13 अक्टूबर 2021। जनता काँग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के प्रदेशाध्यक्ष अमित जोगी ने मुख्य मंत्री श्री भूपेश बघेल को पत्र लिखकर सरकार का ध्यान 3 तथ्यों की ओर आकर्षित किया है। पहला, बस्तर, धमतरी और राजनाँदगाँव समेत सिंचाई से वंचित छत्तीसगढ़ के लाखों किसानों द्वारा हरुना धान बोया जाता है। दूसरा, जुलाई (बोआई की अवधि) में अल्प-वर्षा और सितम्बर के अंत (फसल पकने की अवधि) में भारी वर्षा के कारण लगभग 70-75% हरुना धान की फसल पूरी तरह नष्ट हो चुकी है। तीसरा, अधिकांश किसानों का सरकार द्वारा फसल बीमा नहीं किया गया है।

अमित जोगी ने आगे कहा कि उपरोक्त 3 तथ्यों के परिणामस्वरूप हरुना धान के कृषकों का इस वर्ष भारी नुक़सान हुआ है। अतः उन्होंने छत्तीसगढ़ के सभी हरुना धान के किसानों को 1 नवम्बर 2021 से पूर्व कम से कम ₹50000 प्रति एकड़ मुआवज़ा राशि देने की माँग की है ताकि उन्हें दहशत में दशहरा और दिवाला में दिवाली मनाने के लिए विवश नहीं होना पड़े।

अमित जोगी ने मुख्यमंत्री को कहा है अगर उनकी सरकार के पास छत्तीसगढ़ के हरुना धान के किसानों की क्षतिपूर्ति के लिए पर्याप्त आर्थिक संसाधन उपलब्ध नहीं है, तो वे केंद्र सरकार अथवा किसी भी बैंक से भी उपरोक्त तथ्यों के आधार पर अनुदान अथवा क़र्ज़ा माँग सकते हैं। अमित ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि इसमें प्रदेश के सभी राजनीतिक दल, कृषक और सामाजिक संगठन सरकार का समर्थन करेंगे।

अमित जोगी ने अपने इस पत्र की प्रति प्रति श्री नरेंद्र तोमर, कृषि मंत्री, भारत सरकार और श्री धरमलाल कौशिक, नेता प्रतिपक्ष, छत्तीसगढ़ विधान सभा को भी भेजी है।

अमित अजीत जोगी 
अध्यक्ष- जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)






No comments