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नहीं रहे दिग्गज पत्रकार विनोद दुआ

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नई दिल्ली : टेलीविजन के लोकप्रिय एंकर और कलमकार विनोद दुआ का आज निधन हो गया। विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ये ज...

नई दिल्ली : टेलीविजन के लोकप्रिय एंकर और कलमकार विनोद दुआ का आज निधन हो गया। विनोद दुआ की बेटी मल्लिका दुआ ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए ये जानकारी दी। बता दें कि कुछ दिन पहले ही विनोद दुआ की मौत की अफवाह उड़ी थी, तब उनकी बेटी ने इनका खंडन किया था। 




मल्लिका ने बताया कि विनोद दुआ का अंतिम संस्कार लोधी श्मशान घाट में कराया जाएगा. मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पोस्ट पर लिखा, हमारे बेपरवाह, निडर और असाधारण पिता विनोद दुआ का निधन हो गया। मल्लिका दुआ ने लिखा, अब वे हमारी मां के साथ हैं यानी अपनी पत्नी के साथ स्वर्ग में हैं। दरअसल, मल्लिका की मां का निधन इसी साल कोरोना से हो गया था।


कोरोना की दूसरी लहर में विनोद दुआ और उनकी पत्नी संक्रमित हो गए थे। दोनों की तबीयत काफी बिगड़ गई थी। इसके बाद दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। विनोद दुआ 7 जून को घर लौट आए थे। हालांकि, उनकी पत्नी का 12 जून को निधन हो गया था। वैसे उनका संबंध पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा से भी रहा, लेकिन पत्रकारिता की दुनिया में वे दिल्ली के दबंग साबित हुए। यहां तक कि जब भी कुछ खास कार्यक्रमों का जिक्र होता है तो मिसाल उनके ही नाम की दी जाती है। बात हो रही है दिग्गज पत्रकार और कलमकार विनोद दुआ की, जिन्होंने शनिवार (4 दिसंबर) को इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 


दिल्ली में हुआ था विनोद दुआ का जन्म :

विनोद दुआ के माता-पिता भले पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में डेरा इस्माइल खां से ताल्लुक रखते थे, लेकिन कलम के इस सिपाही ने दुनिया में 11 मार्च 1954 को पहला कदम रखा तो वह जमीन दिल्ली की थी। हालांकि, कहा जाता है कि 1947 में बंटवारे के दौरान उनके माता-पिता भारत आ गए थे। इसके बाद विनोद दुनिया की पढ़ाई-लिखाई दिल्ली में ही हुई। उन्होंने हंसराज कॉलेज से इंग्लिश लिटरेचर में स्नातक और परास्नातक किया।


रंगमंच से भी जुड़े थे विनोद दुआ :

जानकारों की मानें तो विनोद स्कूल-कॉलेज के दौर में सिंगिंग व डिबेट इवेंट में भी हिस्सा लिया था। इसके अलावा 1980 के दौर में उन्होंने थिएटर भी किया। उस वक्त श्रीराम सेंटर फॉर आर्ट एंड कल्चर के सूत्रधार कठपुतली ने बच्चों के लिए दो नाटक आयोजित किए थे, जिन्हें विनोद दुआ ने ही लिखा था। वहीं, नवंबर 1974 के दौरान युवा मंच के माध्यम से विनोद पहली बार टेलीविजन पर नजर आए। इसके बाद 1975 में युव जन कार्यक्रम ने उनकी लोकप्रियता को बढ़ा दिया। इसी साल वह कार्यक्रम जवान तरंग से जुड़े और 1980 तक इसके लिए काम करते रहे।


इस कार्यक्रम ने करियर में लगाए चार चांद :

1981 में विनोद दुआ ने आप के लिए कार्यक्रम में एंकरिंग शुरू की, जिसे 1984 तक जारी रखा। वहीं, 1984 के दौरान दूरदर्शन की ओर से आयोजित चुनावी चर्चा ने उनके करियर में चार चांद लगा दिए। दूरदर्शन में लंबी पारी खेलने के बाद विनोद आजतक, एनडीटीवी और जीटीवी समेत कई चैनलों से जुड़े। धीरे-धीरे उनकी लोकप्रियता बढ़ती चली गई।

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