• भरोसे का सम्मेलन जगदलपुर में आयोजित • प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे को देखते हुए कार्यक्रम की मॉनिटरिंग खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मर...
• भरोसे का सम्मेलन जगदलपुर में आयोजित
• प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे को देखते हुए कार्यक्रम की मॉनिटरिंग खुद कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम और आबकारी मंत्री कवासी लखमा कर रहे है।
• कार्यक्रम में किसी भी प्रकार की चूक ना हो इसके लिए दोनों नेताओ ने पहले से ही डेरा जमा लिया है।
जगदलपुर : कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी बस्तर पहुंची हुई हैं। दिल्ली से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ जगदलपुर पहुंचने पर उन्होंने सबसे पहले मां दंतेश्वरी के मंदिर में पूजा अर्चना की। फिर लालबाग मैदान पहुंची, जहां 'भरोसे के सम्मेलन' में बस्तरिया संस्कृति नाचा के साथ उनका स्वागत किया गया। प्रियंका गांधी ने गोंडी बोली में अभिवादन के साथ अपनी बात की शुरुआत की। कहा कि, उनके परिवार का बस्तर से विशेष लगाव रहा है। वह यहां पर पहली बार आई हैं, लेकिन बचपन से बस्तर के बारे में, यहां के लोगों के संघर्ष के बारे में सुनती आई हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, 15 साल भाजपा की सरकार रही। बस्तर के बाहर छत्तीसगढ़ में जो लोग हैं, वह यहां आने से डरते थे। लोग छत्तीसगढ़ नहीं आते थे। नक्सलियों का डर था। घर से निकलते थे, तो परिवार वालों को तब तक विश्वास नहीं होता था, जब तक लौट नहीं आते थे। बस्तर के आदिवासियों को एक तरफ नक्सलियों का दबाव, दूसरी ओर पुलिस का डर था। दोनों ओर से गोलियां चलती थीं और सीना हमारे आदिवासियों का होता था। कितने ऐसे आदिवासी हैं जिनकों नक्सली बताकर जेल में डाल दिया गया। मुख्यमंत्री बघेल गुरुवार को बस्तर में भरोसे के सम्मेलन में बोल रहे थे।
लालबाग मैदान में हो रहे सम्मेलन में सीएम बघेल ने कहा कि, भाजपा शासनकाल में रोजागार, शिक्षा नहीं थी आदिवासियों के लिए। राहुल गांधी ने इसी मंच से चुनाव में आचार संहिता के लागू होने के एक घंटे पहले विश्वास दिलाया था, हम सुरक्षा देंगे, शांति देंगे, बस्तर के आदिवासियों के हित में काम करेंगे। बस्तर के लोगों ने विश्वास जताया और हमने 12 की 12 सीट जीतीं। उन्होंने कहा कि, आप सब जानते हैं कि गांधी-नेहरू परिवार का इस बस्तर से रिश्ता क्या है। पं. नेहरू आए्, इंदिरा गांधी आई थीं, जमीन का पट्टा दिया, पर भाजपा ने उन्हीं आदिवासियों ने उनकी जमीन छीन ली।
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, राहुल गांधी ने लोकसभा में भूमि अधिग्रहण बिल पारित कराया। कांग्रेस सरकार ने जमीनें वापस कराई। जल, जंगल, जमीन में अधिकार देने का काम किया है। जहां बंदूक की गोलियां सुनाई देती हैं, अब वहां भाइयों के गीत सुनाई देते हैं। हमने शिक्षा के माध्यम से लोगों को बढ़ाने का काम किया। मुख्यमंत्री ने कहा, हमने मोबाइल, लैपटॉप नहीं दिया, हमने सीधे पैसे दिए, जिससे कमीशनखोरी न हो, आप जो चाहें वह खरीद सकें। इस दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने बस्तर में इंदिरा गांधी के नाम पर सहकारी बैंक खोलने, एडवेंचर और स्पोर्ट्स अकादमी खोलने सहित कई घोषणाएं की हैं।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रियंका गांधी ने साथ मिलकर 128 करोड़ 99 लाख रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन लोकार्पण किया है। कुल 49 विकास कार्यों जिसमें 62 करोड़ 29 लाख 47 हजार के 15 विकास कार्यों का लोकार्पण और 66 करोड़ 70 लाख से अधिक राशि के 34 विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। सम्मेलन में संभाग के सात जिलों से महिलाएं पहुंच रही हैं। साथ ही करीब एक लाख लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है।
गांधी-नेहरू परिवार के बस्तर संस्मरण की लगेगी फोटो प्रदर्शनी :
सम्मेलन में नेहरू-गांधी परिवार के बस्तर से जुड़े संस्मरणों की फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जा रही है। ऐसे में बस्तर कांग्रेस कमेटी ने कार्यक्रम की तैयारी पूरी कर ली है। फोटो प्रदर्शनी लगाने का उद्देश्य आदिवासियों और बस्तर से नेहरू गांधी परिवार के संबंधों के बारे में युवा पीढ़ी को जानकारी देना है। प्रदर्शनी के लिए पुरानी तस्वीरों का संग्रह किया गया है। लालबाग मैदान जहां पंडित जवाहर लाल नेहरू ने सम्मेलन को संबोधित किया था। उसी स्थल के समीप प्रियंका गांधी के लिए मंच तैयार किया जा रहा है।




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