भिलाई (वेदांत झा) : नाट्य कला जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हमें समृद्ध और उत्कृष्ट व्यक्ति के रूप में विकसित करने में मदद करत...
भिलाई (वेदांत झा) : नाट्य कला जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो हमें समृद्ध और उत्कृष्ट व्यक्ति के रूप में विकसित करने में मदद करती है। यह हमें जीवन में विभिन्न दृश्यों और भावनाओं को समझने की क्षमता भी प्रदान करती है।
इसी तारतम्य में भिलाई में निःशुल्क नाट्य कार्यशाला का आयोजन हो रहा है, जहां प्रशिक्षार्थी अभिनय, लेखन, और निर्देशन सीख पाएंगे। यह कार्यशाला छत्तीसगढ़ के प्रख्यात रंगमंच एवं फिल्म निर्देशक, अभिनेता तथा लेखक गुलाम हैदर मंसूरी द्वारा संचालित होगी।
इस कार्यशाला का आयोजन "मुट्ठी नाट्य संस्था" द्वारा किया जा रहा है, जो भिलाई की सक्रिय संस्था है। इस कार्यशाला में प्रशिक्षण के लिए इच्छुक अभ्यर्थी देवेंद्र मोयल से संपर्क कर सकते हैं। पंजीयन करवाने के लिए उन्हें इस नंबर पर कॉल करना होगा: 8305722618
बता दें इस कार्यशाला में सोमवार, 26 फरवरी से 10 मार्च तक रोजाना सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक प्रशिक्षण दिया जायेगा।
"रंगमंच सभी के लिए" : गुलाम हैदर मंसूरी
रंगकर्म को लेकर श्री मंसूरी ने कहा कि "रंगकर्म (नाट्य कला) का प्रयोग हमारे भीतर साहित्यिक अभिरुचि, सांस्कृतिक विरासत के संग्रहण और विभिन्न कहानियों में सामाजिक संदेशों के लिए प्रेरित करता है, जिससे हमारे जीवन में रंगमंच एक व्यक्तित्व विकास भी करता है।" उन्होंने आगे कहा कि "भिलाई में यह नाट्य कार्यशाला एक सुनहरा मौका प्रदान कर रही है, जिसमें हर आयुवार्ग के प्रशिक्षार्थी नाट्य कला के साथ जुड़कर अपने जीवन को नया आयाम दे सकते हैं।"
इस नाट्य-कार्यशाला की विशेषता ये भी है कि इसमें नाटक के साथ-साथ फिल्म में अभिनय, लेखन और निर्देशन के बारे में बताया जाएगा। साथ ही अगर इस क्षेत्र में किसी को किसी भी विधा में अपना करियर बनाना है, तो किस संस्था के साथ जुडे़? कैसे जुड़े? ये सारी जानकारी भी द जाएगी। दोनो ही पक्षों रंगमंच और फिल्म जगत को ध्यान में रखते हुए, इस कार्यशाला का संचालन किया जाएगा। साथ ही सभी प्रशिक्षुओं के सवालों के जवाब दिये जाएंगे।
प्रशिक्षक के बारे में :
गुलाम हैदर मंसूरी विगत 22 सालों से रंगकर्म में सक्रिय रूप से अपनी भागीदारी निभा रहे हैं। वे मुट्ठी नाट्य संस्था का संचालन विगत 22 सालों से कर रहे है। इस बीच इन्होंने कई नाटकों का लेखन, निर्देशन एवं उनमें अभिनय भी किया है। इन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर नाटकों के प्रदर्शन भी किये हैं। सिने जगत में इन्होंने कइ लघु फिल्म्स का लेखन, निर्देशन और अभिनय किया है।
श्री मंसूरी ने फीचर फिल्म्स में प्रेम सुमन, मोर जोड़ीदार 2, मंय सब ठीक कर दुहुं (आगामी) और हिंदी फीचर फिल्म मानव मार्केट (आगामी) का लेखन, निर्देशन और साथ ही अभिनय भी किया है।
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