जगदलपुर : बस्तर जिले के बोधघाट थाना क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। गांधी नगर वार्ड निवासी एक युवती, ...
जगदलपुर : बस्तर जिले के बोधघाट थाना क्षेत्र में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का एक बड़ा मामला सामने आया है। गांधी नगर वार्ड निवासी एक युवती, पारो मौर्य (30), ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि अजित कुमार दीक्षित नामक एक व्यक्ति ने उसकी बहन रत्ना की नौकरी लगाने का झांसा देकर 6 लाख रुपये ठग लिए। इस मामले में बस्तर पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
• ठगी की पूरी कहानी :
प्रार्थीया पारो मौर्य ने पुलिस को बताया कि उसकी जान-पहचान अजित दीक्षित से हुई थी, जो बजाज फायनेंस कंपनी में कार्यरत था। अजित ने पारो को विश्वास दिलाया कि वह उसकी बहन रत्ना को आत्मानंद स्कूल में सरकारी नौकरी दिलवा सकता है। इसके बदले में अजित ने पारो से 6 लाख रुपये की मांग की, जिसे पारो ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से 2021 और 2022 के बीच अजित को भुगतान कर दिया।
पैसे मिलने के बाद अजित ने शुरुआत में नौकरी के नाम पर कुछ छोटी-छोटी राशि देने की बात कही, लेकिन धीरे-धीरे उसने पारो से संपर्क बंद कर दिया। रत्ना को न तो नौकरी मिली और न ही पैसे वापस हुए। आखिरकार, पारो ने इस ठगी की शिकायत 5 सितंबर 2024 को बोधघाट थाना में दर्ज कराई।
बस्तर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने एक टीम का गठन किया, जिसमें अति. पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग और नगर पुलिस अधीक्षक उदित पुष्कर ने विशेष निगरानी रखी। थाना प्रभारी लीलाधर राठौर के नेतृत्व में पुलिस टीम ने आरोपी अजित दीक्षित की खोजबीन के लिए बिलासपुर में छापा मारा और उसे दीनदयाल कॉलोनी, मंगला चौक से गिरफ्तार किया।
आरोपी अजित ने पूछताछ में ठगी की घटना को स्वीकार किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। इस मामले में निरीक्षक लीलाधर राठौर, उपनिरीक्षक अरुण मरकाम, सहायक उपनिरीक्षक सतीश श्रीवास्तव सहित कई पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
• अन्य थानों में भी शिकायते :
पुलिस जांच में यह भी सामने आया है कि अजित दीक्षित के खिलाफ अन्य थानों में भी इसी तरह की ठगी की शिकायतें दर्ज हैं। बस्तर पुलिस ने आरोपी के अन्य आपराधिक गतिविधियों की भी जांच शुरू कर दी है।
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