• सेक्टर पर्वेक्षक रूपाली लखानी ने की कुपोषण से लड़ाई में महत्वपूर्ण योजनाओं की चर्चा जगदलपुर : सितंबर माह में पोषण माह के अंतर्गत आयोजित ‘...
• सेक्टर पर्वेक्षक रूपाली लखानी ने की कुपोषण से लड़ाई में महत्वपूर्ण योजनाओं की चर्चा
जगदलपुर : सितंबर माह में पोषण माह के अंतर्गत आयोजित ‘वजन त्योहार’ और अन्य कार्यक्रम के दौरान जन्म से लेकर 6 वर्ष तक के बच्चों का वजन, ऊंचाई और पोषण स्तर का मूल्यांकन और पालकों के साथ कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अगुवाई करते हुए तोकापाल की सेक्टर पर्वेक्षक रूपाली लखानी ने छापर भानपुरी में आयोजित वजन त्योहार कार्यक्रम में बताया कि इस प्रकार के आयोजन शासन द्वारा कुपोषण से लड़ाई में किए जा रहे अहम प्रयासों का हिस्सा हैं।
वजन त्योहार के दौरान बच्चों का स्वास्थ्य आंकलन कर उनकी पोषण स्थिति का रिकॉर्ड तैयार किया गया। लखानी ने बताया कि सरकार की योजनाओं का उद्देश्य कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें बेहतर पोषण सेवाएं उपलब्ध कराना है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य और पोषण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की जरूरत पर भी जोर दिया गया।
विभागीय प्रयासों के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें स्वास्थ्य बालक स्पर्धा, एनीमिया जांच शिविर, संतुलित आहार की जानकारी देने वाली कार्यशालाएं प्रमुख हैं। इन कार्यशालाओं में पालकों को बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की जानकारी दी जाती है, जिससे बच्चों में कुपोषण की समस्या से निपटने में सहायता मिले।
इस कार्यक्रम का समापन 30 सितंबर को राष्ट्रीय स्तर पर लाइव प्रसारण के माध्यम से किया गया। इसे सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में पालकों और स्थानीय गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में देखा गया। इस मौके पर पोषण और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों पर भी चर्चा की गई और पालकों को जागरूक करने की दिशा में किए गए विभागीय कार्यों की सराहना की गई।
• सकारात्मक प्रभाव :
वजन त्योहार जैसे कार्यक्रम ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ऐसे आयोजनों से न केवल कुपोषित बच्चों की पहचान होती है, बल्कि उनकी देखभाल और पोषण की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जाते हैं।
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