रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का पहला राज्योत्सव आज से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय इस राज्योत्सव 2024 का...
रायपुर : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार का पहला राज्योत्सव आज से शुरू हो गया है। तीन दिवसीय इस राज्योत्सव 2024 का उद्घाटन समारोह नया रायपुर के मेला ग्राउंड में आयोजित किया गया है, जहां मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। राज्योत्सव के दौरान प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता और कला का भव्य प्रदर्शन होगा, जिसमें ख्याति प्राप्त कलाकार रंगारंग प्रस्तुतियों से समां बांधेंगे।
• अतिथि एवं विशिष्ट आयोजन :
उद्घाटन समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अध्यक्षता करेंगे, वहीं छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस आयोजन में पांच नवंबर को मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल रमेन डेका और समापन समारोह में छह नवंबर को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ शिरकत करेंगे।
• मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समागम :
राज्योत्सव के सांस्कृतिक कार्यक्रम चार नवंबर की शाम 4.30 बजे से शुरू होंगे, जिसमें रिखी क्षत्रीय की टीम द्वारा 12 लोक नृत्य की झलकियों से शुरुआत होगी। इसके बाद मोहन चौहान की आदिवासी नृत्य प्रस्तुति, क्षेत्रीय नृत्य और विद्या वर्चस्वी द्वारा नाम रामायण की प्रस्तुति दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेगी। शाम को मल्लखंभ के अद्वितीय प्रदर्शन के बाद प्रसिद्ध पार्श्व गायक शानु अपनी संगीतमय प्रस्तुति देंगे।
• आवागमन के लिए विशेष व्यवस्था :
नया रायपुर में आयोजित इस कार्यक्रम तक आगंतुकों के पहुंचने में सुविधा के लिए बीआरटीएस बस सेवा भी प्रदान की गई है। सीबीडी भवन से मेला ग्राउंड तक बसें उपलब्ध रहेंगी, जिनका किराया 20 से 25 रुपए तक रहेगा। सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक ये बसें हर आधे घंटे में संचालित होंगी, जिससे लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
• शिल्प ग्राम और प्रदर्शनी का आकर्षण :
राज्योत्सव स्थल पर शासकीय विभागों द्वारा भव्य प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें शिल्प ग्राम, फूड कोर्ट और मीना बाजार जैसे आकर्षण भी शामिल हैं। शिल्प ग्राम में छत्तीसगढ़ के शिल्पकला का जीवंत प्रदर्शन और विक्रय किया जाएगा। विशाल हैंगरों में शासकीय, वाणिज्यिक और पब्लिक सेक्टर संस्थानों की प्रदर्शनी लगाई गई है, जो आम जनता को आकर्षित कर रही है।
राज्योत्सव का यह आयोजन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को सजीव बनाए रखने का एक अद्वितीय प्रयास है, जिसमें प्रदेश की कला, संस्कृति और हस्तशिल्प का बेजोड़ प्रदर्शन किया जाएगा।
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