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कनेक्ट बस्तर पहल का जगदलपुर में शुभारंभ, पर्यटन और संस्कृति को नई पहचान

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जगदलपुर, 22 अगस्त 2025 बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को देश-दुनिया तक पहुँचाने की दिशा में आज जगदलपुर में “कनेक्ट बस...

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जगदलपुर, 22 अगस्त 2025

बस्तर की प्राकृतिक सुंदरता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को देश-दुनिया तक पहुँचाने की दिशा में आज जगदलपुर में “कनेक्ट बस्तर” पहल की भव्य शुरुआत हुई। यह अनूठी पहल पर्यटन को नई ऊँचाई देने के साथ-साथ स्थानीय रोजगार और सांस्कृतिक संवर्धन में भी अहम भूमिका निभाएगी।


उद्घाटन समारोह का आगाज़ पारंपरिक स्वागत और दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि विशिष्ट अतिथियों में विधायक श्री किरण सिंह देव, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश पाण्डेय, पूर्व जिला अध्यक्ष श्री रूप सिंह मंडावी सहित कई जनप्रतिनिधि शामिल हुए।




समारोह में चयनित पर्यटन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। साथ ही बस्तर के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर आधारित विशेष पैकेज और एक डिजिटल ब्राउज़र प्लेटफॉर्म लॉन्च किया गया, जिससे पर्यटक ऑनलाइन माध्यम से आसानी से बस्तर की खूबसूरती को जान और देख सकेंगे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री केदार कश्यप ने कहा –

“बस्तर क्षेत्र आकार में केरल से बड़ा है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता अद्वितीय है। वर्ष 2026 तक इस क्षेत्र को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य है। पर्यटन को उद्योग का स्वरूप देकर स्थानीय युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा।”

विधायक किरण सिंह देव ने कहा –

कनेक्ट बस्तर’ एक ऐतिहासिक पहल है। इसके माध्यम से न केवल गाँवों में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे बल्कि बस्तर की सांस्कृतिक पहचान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान मिलेगी।

इस पहल को सफल बनाने में सीसीएफ सुश्री स्टायलो मंडावी, श्री नवीन कुमार (निदेशक, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान) तथा श्री उत्तम गुप्ता (डीएफओ, बस्तर वनमंडल) की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम का समापन श्री भूषण साहू, डिप्टी एमडी, बस्तर वन मंडल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन से किया गया।


कनेक्ट बस्तर’ के मुख्य उद्देश्य

पर्यटन विकास : बस्तर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमुख पर्यटन स्थल बनाना।

सांस्कृतिक संरक्षण : लोकनृत्य, संगीत, हस्तशिल्प और पारंपरिक त्योहारों को बढ़ावा देना।

स्थानीय रोजगार : होमस्टे, गाइडिंग, हस्तशिल्प और पर्यटन सेवाओं में अवसर सृजित करना।

प्रकृति संरक्षण : पारिस्थितिकी और जैव विविधता के प्रति जागरूकता फैलाना।

सांस्कृतिक अनुभव : झरनों, गुफाओं, मंदिरों और ग्रामीण जीवन की अनूठी झलक प्रस्तुत करना।

कनेक्ट बस्तर पहल से न केवल पर्यटन को नई दिशा मिलेगी बल्कि बस्तर की सांस्कृतिक पहचान और पर्यावरण संरक्षण को भी वैश्विक स्तर पर मजबूती प्रदान होगी।

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