रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव नी कल रायपुर के इंडोर स्टेडियम में प्रदेश कांग्रेस की ओर से आयोजित पंचायती ...
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रायपुर : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव नी कल रायपुर के इंडोर स्टेडियम में प्रदेश कांग्रेस की ओर से आयोजित पंचायती राज सम्मेलन में गांव के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों के लिए अपनी सौगातो का पिटारा खोल दिया। जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत को अपनी सौगातों से खुश कर दिया। श्री भूपेश बघेल ने जिला व जनपद पंचायत के अध्यक्ष उपाध्यक्ष और सदस्यों के लिए विकास निधि देने की घोषणा की जिसके लिए कुल ₹45 करोड़ के बजट प्रावधान को पुन:विनियोजन के माध्यम से किया जाएगा। इससे हम यह जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के विकास कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर करवा सकेंगे। वर्तमान में सांसद विधायक महापौर और पार्षदों की निधि होती थी, वैसी ही नहीं थी अब पंचायतों को भी मिलेगी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को कई वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार देने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने जिला व जनपद पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष को वाहन भी उपलब्ध कराए जाएंगे, यह आश्वासन दिया है। कांग्रेस की ओर से इस कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी एस सिंह देव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, प्रभारी सचिव डॉ चंदन यादव, सप्तगिरि शंकर उलका सहित मंत्रिपरिषद के तमाम सहयोगी व अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।मुख्यमंत्री की घोषणा से उत्साहित पंचायत के प्रतिनिधि अपनी कुछ अन्य मांगों को लेकर मंच तक आ गए, इस पर मुख्यमंत्री ने पंचायती राज संस्थाओं के पदाधिकारियों की बाकी मांगों पर विचार करने के लिए पंचायत मंत्री टी एस सिंह देव के अध्यक्षता में कमेटी गठन करने की घोषणा भी की।
आइए जाने किनको मिली क्या सौगातें:
1. जिला पंचायत के अध्यक्ष को प्रतिवर्ष की निधि 15 लाख रुपए
2. जिला पंचायत उपाध्यक्ष को प्रतिवर्ष की निधि 10 लाख रुपए
3. जिला पंचायत सदस्य को प्रतिवर्ष की निधि ₹4 लाख दी जाएगी।
4. जनपद पंचायत अध्यक्ष को प्रतिवर्ष की निधि ₹500000
5. जनपद पंचायत उपाध्यक्ष को प्रतिवर्ष की निधि ₹300000
6. वही जनपद सदस्यों को ₹2 लाख दिया जाएगा।
7. अगर मान दीए की बात करें तू जिला पंचायत अध्यक्ष को वर्तमान में ₹15000 मानदेय दिया जाता है जिसे बढ़ाकर ₹25000 किया गया है।
8. वहीं जिला पंचायत उपाध्यक्ष को वर्तमान में ₹10000 मानदेय दिया जाता है जिसे बढ़ाकर ₹15000 किया गया है।
9. जिला पंचायत सदस्य का मानदेय ₹6000 है जिसे बढ़ाकर ₹10000 किया गया है।
10. वर्तमान में पंचों को बैठक भत्ता के रूप में ₹200 दिया जाता है जिसे बढ़ाकर ₹500 किया गया है।
अब निर्वाचित सदस्य, अफसरों व कर्मचारियों पर कसेंगे लगाम,
जिला पंचायत व जनपद पंचायत में लगातार शिकायतें आ रही थी कि वहां अध्यक्षों को और निर्वाचित सदस्यों को अफसरशाही से दबना पड़ रहा था, जिसके लिए जिला पंचायत तथा जनपद पंचायत के अध्यक्षों के हाथ में अफसर और कर्मचारी की भी लगाम दे दी गई है। दरअसल वे अपनी गोपनीय चरित्रावली के लिए अभिमत दे सकेंगे, जिला पंचायत अध्यक्ष कलेक्टर को वहीं जनपद पंचायत अध्यक्ष जिला पंचायत के सीईओ को अभिमत संसूचित कर सकेंगे।
जनप्रतिनिधियों को संपन्न बनाने की ओर :
पंचायत प्रतिनिधियों की मांग को लेकर टीएस सिंह देव, कृषि मंत्री रविंद्र चौबे, राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और नगरी प्रशासन मंत्री डॉ शिवकुमार डेहरिया ने अपने संबोधन में स्वयं के अनुभव साझा करते हुए इन सारी घोषणाओं की वकालत की। और सभी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निवेदन किया है कि पंचायत के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को और अधिक शक्ति संपन्न बनाया जाए।
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