जगदलपुर : - बस्तर जिले के घाटी के अंतिम गांव के निवासी शिक्षक विहीन स्कूल, कुपोषण के प्रकोप,बिजली ,अधूरे सड़क निर्माण,जर्जर पुलिया,भवन,शुद्...
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जगदलपुर : - बस्तर जिले के घाटी के अंतिम गांव के निवासी शिक्षक विहीन स्कूल, कुपोषण के प्रकोप,बिजली ,अधूरे सड़क निर्माण,जर्जर पुलिया,भवन,शुद्ध पेयजल पूर्ति ,बैंक अभाव,बोधा घाट परियोजना की आहट से विस्थापन के डर ,स्वास्थ्य व्यवस्थाओं ,मोबाइल नेटवर्क का आभाव जैसी समस्याओं के अंबार का निराकरण की गुहार लगाते हुए त्रस्त, क्षेत्र के जनप्रतिनिधी उदासीन रवैया ,विभागीय जिमेदारो की लचर कार्य शैली,राज्य सरकार झूठे विकास के माडल के प्रचार में मस्त - नवनीत चांद
भाजपा व कांग्रेस पार्टियो के नेताओ द्वारा, बस्तर जिले के बिंता घाटी के अंतिम छोर के ग्राम पंचायतों में चुनावी पर्यटक भ्रमण शैली ही ग्राम पंचायतों के विकास में बड़ी बाधा-नवनीत चांद/भरत कश्यप
बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा के मुख्य सायोजक व जनता कांग्रेस जे के जगदलपुर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद के नेतृव व जनता कांग्रेस संभागीय अध्यक्ष टंकेश्वर भारध्वाज ,मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष भरत कश्यप की अध्यक्षता में बस्तर जिले के चित्रकोट विधानसभा के लोहडीगुड़ा ब्लॉक के अंतिम छोर गांव बिंता घाटी के नीचे स्थित ग्राम पंचायत भेजा पहुंच जनचोपाल लगा ग्राम वासियों की समस्याओं को सुन उनके निराकरण हेतु सयुक्त संघर्ष की अपील की ,ग्राम वाशियो ने बताया कि, बस्तर जिले के अंतिम छोर के गांव होने के कारण क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों न के बराबर दौर गांव की समस्याओं के निराकरण प्रति उदासनीन रवैया ,भाजपा कांग्रेस के नेताओ की पर्यटक के रूप में इन पंचायतों के भ्रमण शैली , जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों की अपने कर्तव्य के प्रति बरती जा रही लापरवाही के कारण ही ग्राम पंचायतों में शिक्षक विहीन स्कूल,जर्जर भवन,अधूरे सड़क निर्माण कार्य,पेयजल की लचर व्यवस्थाओं के चलते कुएं से पानी पीने की मजबूरी,छोटे छोटे बीमारी से स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की कमी के चलते तड़पने की मजबूरी,बैंक नही होने पर पेंशन व अन्य सुविधाओं के लिए मिलो का सफर, रोजगार ,स्वरोजगार के अवसर की कमी तो वही राज्य सरकार की जिद्द के चलते बोधघाट परियोजनाओं के पुनः प्रारंभ होने की सुगबुहाट के चलते पूर्वज काल से बसे अपने खेत खलियान ,आशियाने, जल,जंगल जमीनों से पुनर्वास के नाम पर बेदखल किए जाने के अन्याय पुण्ड कार्य का डर को झेल कर बुनियादी मूलभूत सुविधाओं की मांग करते करते ग्राम वासिय थक गए हैं। उक्त समस्याओं को सुन मुक्ति मोर्चा के मुख्य सयोजक व जनता कांग्रेस जे के जगदलपुर जिला अध्यक्ष नवनीत चांद व भरत कश्यप ने कहा कि ,जिले के घाटी के नीचे के ग्राम पंचायतों को राज्य सरकार ,जिला प्रशासन, व क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने सरकार कागज़ के रिकार्ड के रूप में पहचान दी है। तो वही चुनाव लडने वाली कांग्रेस व भाजपा पार्टी की द्वारा इन ग्राम पंचायतों में पोलिंग बूथों व मतदाता ही समझना व चुनावी मौसम में पर्यटक के रूप में भ्रमण शैली ने ही इन पंचायतों के विकास के अधिकार को बाधित करने व जिले के अन्य पंचायतों के मुकाबले पिछड़े क्षेत्र में तब्दील कर दिया है। राज्य सरकार ,क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों,जिमेदार विभागीय अधिकारियों की इस कार्य शैली की जितनी निंदा की जाए उतना कम है।बस्तर अधिकार मुक्ति मोर्चा व जनता कांग्रेस जे घाटी के नीचे के सभी ग्राम पंचायतों के जायज मांग व समस्याओं के समाधान के जिले के मुख्यालय में आगामी दिनों में सयुक्त संघर्ष करेगा,जब तक इनकी मांगो को पूरा न किया जाए,इस दौरान जिलाध्यक्ष भरत कश्यप, टंकेश्वर भारद्वाज,निलाम्बर सेठिया, अजय बघेल, नकूल कश्यप, ओम मरकाम,चेतन ग्वाल,लूधु राम,लक्ष्मण, मंगल कश्यप, जागेश्वर कश्यप,पीलू राम,चैतन कश्यप,चमपो कश्यय, श्यामसुंदर,खेमेश्वर कश्यप, कमलेश कश्यप, लोकनाथ यादव, हूंगो राम, दशरथ यादव,तिलक कश्यप,थमा कश्यय,लुकतेश्वर ठाकुर,झुगरू कश्यय, जयसिंह, राहुल मण्डावी,जतू कश्यय, गोपाल यादव,अन्त मण्डावी व सैकड़ो ग्रामीणों उपस्थित थे
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