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प्रकाश की ओर : कौशलेंद्र

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कलम से :  ऋषियों ने कहा - "तमसोमा ज्योतिर्गमय”, बस्तर स्थित जगदलपुर ने सुना, गुना और चल पड़ा अंधकार से प्रकाश की ओर । जगदलपुर के प्रबुद...

कलम से : ऋषियों ने कहा - "तमसोमा ज्योतिर्गमय”, बस्तर स्थित जगदलपुर ने सुना, गुना और चल पड़ा अंधकार से प्रकाश की ओर । जगदलपुर के प्रबुद्धजीवियों ने पाया कि प्रकाश हर उस चीज को प्रकाशित कर देता है जो उसके समीप होती है, वह यह नहीं देखता कि वस्तु उसके सामने है या पीछे, ऊपर है या नीचे... या किसी भी डायमेंशन में । समदृष्टा सी प्रकृति है प्रकाश की कला और साहित्य की नगरी जगदलपुर ने अंधकार से प्रकाश की ओर जाने का संकल्प लिया, प्रारम्भ हुआ पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता अभियान से । पद्मश्री धर्मपाल जी सैनी की अगुआई में इंद्रावती नदी को पुनर्जीवित करने के प्रयास किये गये, वृक्षारोपण अभियान प्रारम्भ किया गया, और अब नगर के प्राचीन दलपत सागर की स्वच्छता के साथ उसके सौन्दर्यीकरण की दिशा में सक्रियतापूर्वक चरणबद्ध कार्य किये जा रहे हैं । इस बीच बस्तर के युवा कलेक्टर रजत बंसल जी ने युवाओं को प्रकाश की ओर लाने के लिये ग्रंथालय-वाचनालय की भव्य योजना को आकार दिया और "सत्यं शिवं सुंदरम्” मंत्र के साथ दलपत सागर का कायाकल्प कर दिया । इधर युवोदय संस्था ने साहित्यकार शानी और लाला जगदलपुरी की परम्परा को पुनर्जीवित करते हुये ज्ञान का प्रकाश बिखेरने के लिये दलपत सागर के किनारे प्रतिदिन संध्या छह बजे से रात्रि नौ बजे तक "मुक्त-वैचारिक अभिव्यक्ति” को स्वर देने का प्रयास किया । इस कार्यक्रम में नगर के बाल, युवा और वृद्ध उत्साह से भाग लेते हैं और वैचारिक एवं साहित्यिक गतिविधियों को गति प्रदान करते हैं ।
पर्यावरणप्रेमी और सामाजिक कार्यों में बढ़चढ़ कर अपनी भूमिका निभाने वाले विधु शेखर झा ने बताया कि कल संध्या समय बाल दिवस के अवसर पर जगदलपुर की युवा संस्था “युवोदय” द्वारा बस्तर की संस्कृति, प्रकृति सरंक्षण, पशुओं के प्रति क्रूरता, स्वच्छता और बस्तर-पर्यटन जैसे विषयों को आधार बनाकर "चित्रकला प्रतियोगिता" का आयोजन किया गया जिसमें हर आयु वर्ग के कुल 98 प्रतिभागियों ने भाग लिया । युवोदय के संदर्भ से विधु शेखर झा ने यह भी बताया कि दिनांक 18.11.2021 को संध्या छह बजे स्थानीय नागरिकों के सहयोग से दलपत सागर के किनारे इक्यावन हजार दीप प्रज्वलित करने का लक्ष्य रखा गया है। सहयोगार्थ उपयोग किये जा चुके मिट्टी के दिये, बाती एवं तेल प्रदान किये जाने का स्थानीय नागरिकों से आह्वान किया गया है। यह सामग्री प्रतिदिन सन्ध्या 6 बजे से 9 बजे के बीच दलपत सागर आकर प्रदान की जा सकती है। जगदलपुर नगर प्रकाश की ओर निरंतर बढ़ते रहने के लिये संकल्पित हो चुका है।

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