जगदलपुर : इन दिनों शहर में निगम अधिकारियों और स्वच्छता एबेसडर की टीमों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बता दें स्वच्छता सर्वेक्षण 2...
जगदलपुर : इन दिनों शहर में निगम अधिकारियों और स्वच्छता एबेसडर की टीमों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बता दें स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में जगदलपुर को प्रथम स्थान दिलाने के लिए प्रशासन द्वारा संकल्पित होकर यह मुहिम चलाई जा रही है। इसी तारतम्य में शाम 6 बजे से दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण से व्यवसायियों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया गया। इस मुहिम की खास बात यह रही कि इस बार जगदलपुर की लिपि मेश्राम, जिनका चयन आगामी जनवरी में होने वाले मिस इंडिया प्रतियोगिता में हुआ है, उन्होंने भी बढ़ चढ़ कर साथ दिया। निगम की टीम उन्हें एक यूथ आइकन के रूप में अपने अभियान में शामिल करती है। इनके अलावा इस समूह में अलग अलग पेशे से पत्रकार, चिकित्सक, शिक्षक, सेवानिवृत अधिकारी और समाजसेवी का एक विशेष समूह भी शामिल होकर शहर की स्वच्छता के लिए अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
चालानी कार्यवाहियों से दिया सबक :
शाम 6 बजे के बाद विगत दो दिनों से यह समूह अपने अभियान में निकल जाता है। कल शाम निगम की ओर से चलानी कार्यवाहियां भी की गई। जिसमे कुल 15 प्रकरणों में 3600 रुपयों का चालान बनाया गया। ये सभी 15 व्यवसाई ऐसे थे जिनके क्षेत्र के आस पास गंदगी पाई गई, कुछ व्यवसाई ऐसे भी थे जिन्होंने गंदगी फैलाने का आरोप अपने ग्राहकों पर लगाया और निगम पर दोष मढ़ा। निगम से राजस्व अधिकारी मीनाक्षी नाग जी ने उन्हे समझाइश दी की सबसे पहले आपको अपने दुकानों का कचरा अपनी समझ से निगम की गाड़ियों में और कचरा पेटियों में डालना है। ग्राहकों को भी स्वच्छता के लिए प्रेरित करना आपका कर्तव्य है। निगम आपकी सेवा में लगातार लगा हुआ है, लेकिन आप जागरूक नहीं होंगे तो निगम अमला जितनी भी सफाई करवा ले, आपके आस पास गंदगी वैसी ही स्थिति में दिखेगी।
इस समूह ने लोगों को प्लास्टिक बैग और प्लास्टिक निर्मित सामग्रियों से भी परहेज करने की अपील की। व्यवसायियों को बताया की जगदलपुर में प्लास्टिक बैग बहुत जल्दी बैन कर दिया जायेगा। इसलिए आप कपड़े या कागज की थैलियों का इस्तमाल करना शुरू कर दीजिए।
वहीं मुहिम से जुड़े स्वच्छता एंबेसडर अजय पाल सिंह जी ने बताया कि चालानी कार्यवाहियों से ही लोगों में जागरूकता आएगी। क्योंकि प्रशासन जब तक अर्थदंड नही देगा, तब तक लोग सतर्क नही होंगे। इसलिए मैं चाहूंगा कि निगम की ओर से जागरूकता के साथ साथ दंडात्मक कार्यवाहियां की जाएं जिससे हम स्वच्छता में भारत में प्रथम स्थान प्राप्त कर सकें।
वहीं जगदलपुर में मेडिकल कॉलेज के सह प्राध्यापक डॉ. प्रदीप पांडेय ने कहा कि जिस तरह से किसी चैन (संकल) की मजबूती मापने के लिए उसकी सबसे कमजोर कड़ी की मजबूती मापी जाती है। वैसे ही समाज के हर एक तबके में जब तक स्वच्छता के लिए जागरूकता नही आयेगी तब तक यह मुहिम सफल नहीं होगी।
लिपि मेश्राम ने कहा कि "आज किया गया कार्य सफल रहा। सभी ने स्वच्छता के लिए योगदान देने की बात कही। हमारी टीम बहुत सहयोगात्मक है, सभी अनुभवी है। हम सभी मिलकर जगदलपुर को स्वच्छ बनायेंगे।"
मीनाक्षी नाग (स्वच्छता नोडल अधिकारी, नगर निगम जगदलपुर) ने कहा कि आज यहां व्यवसायिक परिसर में आज लोगों को समझाइश दी गई है कि जितना भी कूड़ा होता है उसे डस्टबिन में डालें और एकत्र कूड़ा निगम की गाड़ियों में डालें। हमने चारों तरह के कचरों के बारे में लोगों को जानकारी देने के साथ विशेष तौर पर सुखा कचरा और गिल कचरा अलग अलग संग्रहित करने की जानकारी उन्हें दी है। निगम की तरफ से सप्ताह में दो बार झाड़ू लगाने के साथ साथ नालियों की भी सफाई की जाती है। अगर निगम की तरफ से सफाई होती है तो उसका यह अर्थ नही होता कि अब उन नालियों या किनारों पर हम कचरा डालें। बल्कि प्रत्येक व्यक्ति उस कचरे को फैलाने से रोक और डस्टबिन में डाले।" उन्होंने आग बताया कि "हमारे साथ इस मुहिम में लिपि मेश्राम, स्वच्छता एंबेसेडर और निगम अमला लगातार जुड़ा हुआ है, और सभी ने लोगों को संदेश दिया है कि हमे स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 में जगदलपुर शहर को प्रथम बनाना है।"
विधु शेखर झा (स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर) ने कहा कि "जगदलपुर शहर की अगर बात करें तो यहां की आबादी लगभग 1 लाख 65 हजार के आस पास है। लगभग जगदलपुर में 30 हजार लोग बाहर से आते है। प्रत्येक व्यक्ति के द्वारा कहीं न कहीं कचरा इकट्ठा होता है। यहां के लोग सरल और अच्छे है और अगर हम स्वच्छता के संदेश को सभी लोगों तक पहुंचा दें तो जगदलपुर निश्चित तौर पे नंबर वन बन पाएगा। जैसे लोग कचरा ही पैदा न करे, इसी एक सिख पर हम सभी कार्य कर रहे है। पहले लोगों को सिर्फ दो तरह के कचरों के बारे में पता था, लेकिन अब उन्हें समझ में आ गया कि गीले कचरे को कैसे वे khat में तब्दील कर सकते है। और सूखे कचरे को किस तरह से संपीड़ीत कर सटते हैं।" उन्होंने आगे बताया कि "तीसरे किस्म का कचरा नेपकिन, डायपर और चाट में हार्मफुल कचरे को रखते हैं। ये संदेश जैसे जैसे लोगों तक जाएगा तो मुझे नही लगता कि हम सफल नहीं होंगे। निगम, जनप्रतिनिधि, व्यवसाई अच्छा करता कर रहें है। युवोदय और ग्राम पंचायतों के द्वारा भी अच्छा कार्य किया जा रहा है। और मुझे उम्मीद है की सभी जगह में हमें सफलता मिलेगी।"
प्रमुख ब्रांड एम्बेसडर एवं प्रमुख शहरी में से रामनरेश पांडे, विधु शेखर झा, अजय पाल सिंह, कोटेश्वर राव नायडू, लिपि मेश्राम, दिनेश सराफ, डॉक्टर प्रदीप पांडे, वेदांत झा, मनीष मूलचंदानी, बेनेशिव कुमार, योगेश शुक्ला, लखन लाल साहू, विमलेन्दु शेखर झा, प्रोफेसर राजीव निगम आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर निगम के स्वच्छता टीम से नोडल अधिकारी मीनाक्षी नाग, स्वास्थ अधिकारी हेमंत श्रीवास व अन्य अधिकारी अजय बनिक, सुशिल कर्मा, शेखर भारतीी, योगेश पांडेय, रुपेश बिजोरा, विनय श्रीवास्तव और राकेश यादव उपास्थित थे।
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