भिलाई : कला-साहित्य अकादमी के द्वारा 31 जुलाई 2023 को मुन्शी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर मुन्शी प्रेम चंद के विचारों पर आधारित विचार गोष्ठी और...
भिलाई :कला-साहित्य अकादमी के द्वारा 31 जुलाई 2023 को मुन्शी प्रेमचंद जयंती के अवसर पर मुन्शी प्रेम चंद के विचारों पर आधारित विचार गोष्ठी और श्रुति नाट्य का आयोजन तीरंदाज कार्यालय के सभा कक्ष में किया गया है। जिसका शीर्षक था, "मुन्शी प्रेमचंद और वर्तमान समय" इस आयोजन में कला-साहित्य अकादमी को तीरंदाज का निःशुल्क सहयोग प्राप्त हुआ। सर्व प्रथम अध्यक्ष शक्ति पद चक्रवर्ती ने कला साहित्य अकादमी का परिचय देते हुए संचालन के लिए वरिष्ठ रंगकर्मी सुचिता मुखर्जी को माइक सौंपा।
इसके बाद स्वयं सिद्धा की संचालिका डॉ सोनाली चक्रवर्ती के निर्देशन में प्रेमचंद की रचनाओं पर आधारित श्रुति का प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में 12 महिलाओं ने प्रेमचंद की लेखनी की प्रासंगिकता को उल्लेखित किया एल। रायपुर से विशेष रूप से पधारी श्रीमती नीलिमा मिश्रा ने प्रेमचंद की लिखी हुई दर्जनों कृतियों का उल्लेख किया। इस बीच शायर मुमताज भारती ने कहा कि आज भी प्रेमचंद प्रासंगिक हैं और वे समसामयिक भी हैं। लेखक को लेखन बड़ा बनाता है। तीरंदाज के संचालक श्री मयंक चतुर्वेदी ने राष्ट्रवादी और यथार्थवादी लेखन के रूप में प्रेमचंद जी की लेखनी को काफी अच्छे शब्दों में समझाया। उन्होंने कहा कि आज भी बच्चों को ईदगाह और इस तरह की कहानियां सुनाई जानी चाहिए।
भिलाई की वरिष्ठतम अभिनेत्री श्रीमती अनीता उपाध्याय ने अपने तीखे तेवर से कहा कि आज भी गांव में कफन जैसी कहानियां जीवित है। उन्होंने वर्षों साक्षरता अभियान में गांव गांव का दौरा कर यह अनुभव बटोरे। उन्होंने कहा कि आज के लेखक पुरस्कार लेने की होड़ में समसामयिक समस्याओं को पीछे छोड़ देते हैं। साथ ही साथ 40 वर्षों से मोहम्मद रही साहब की याद में याद-ए-रफ़ी का आयोजन करने वाले श्री इक़बाल सिंह ओबेरॉय का कला-सहित्य अकादमी के द्वारा सम्मान नेहरु सांस्कृतिक सदन सेक्टर 1 में किया।
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