जगदलपुर : प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मरार समाज की कुल देवी *माता शाकंभरी* जयंती के दिन एकता दिवस के रूप मे मनाते हैं मरार समाज मुण्डागा...
जगदलपुर : प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी मरार समाज की कुल देवी *माता शाकंभरी* जयंती के दिन एकता दिवस के रूप मे मनाते हैं मरार समाज मुण्डागांव के अन्तर्गत आने वाले ग्राम मुण्डागांव, डिमरापाल, मांदर, देवड़ा, धुरागांव, लोहण्डीगुड़ा, धाराउर, लामड़ागुड़ा,कुम्हली, मारीगुड़ा और बालेंगा सभी 11 गांव के मरार समाज के लोगों द्वारा विशाल कलश यात्रा निकालकर धुमधाम से मनाई गई। मां शाकंभरी की पुजा अर्चना के पश्चात समाज प्रमुखों नाइक, दिवान, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सभी गांवों के प्रमुखों का पुष्प गुच्छ से स्वागत किया गया।
मरार समाज के लोगों द्वारा समाज को नई दिशा देने के लिए समाज की रीति नीति पर चर्चा परिचर्चा करके समाज की कुरीतियां को छोड़कर एक अच्छा समाज बनाने के लिए संकल्प लिया। समाज द्वारा दाह संस्कार में कपड़ा पर प्रतिबंध लगा दिया और शादी विवाह पर अनावश्यक रूप से कपड़ा की लेन-देन पर भी रोक लगा दिया है। समाज सेवा क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले और उत्कृष्ट शिक्षा ग्रहण किए हुए लोगों को कर्मचारी प्रकोष्ठ मुण्डागांव राज द्वारा सम्मान पत्र *शाकंभरी समाज रत्न* पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। कर्मचारी प्रकोष्ठ द्वारा ही समाज के बच्चों को भी उनकी उत्साह बढ़ाने के लिए कक्षा 10 वीं और 12वीं में 75% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को *मां शाकंभरी समाज गौरव* पुरस्कार से सम्मानित किया गया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
उसके बाद समाज के सभी समाज प्रमुखों द्वारा बारी बारी से अपने विचार रखे और समाज में क्या क्या परिवर्तन की आवश्यकता है उस पर सभी गांवों के साथियों द्वारा अपना-अपना विचार रखा गया और समाज की एकता को कैसे बरकरार रखा जाये इस पर विशेष ध्यान रखते हुए समाज को आगे बढ़ाने में सभी की भूमिका निश्चित की गई।
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