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जैन साध्वी समुदाय का जगदलपुर चातुर्मास हेतु प्रवेश हुआ

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जगदलपुर : आज प्रातः प.पू.  श्री शशिप्रभा श्री म. सा. की शिष्याऐं श्री श्रद्धान्विता श्री जी, शुक्लप्रज्ञा श्री जी व महाप्रज्ञा श्री जी का च...

जगदलपुर : आज प्रातः प.पू.  श्री शशिप्रभा श्री म. सा. की शिष्याऐं श्री श्रद्धान्विता श्री जी, शुक्लप्रज्ञा श्री जी व महाप्रज्ञा श्री जी का चातुर्मास हेतु जगदलपुर के धर्मनाथ जिनालाय प्रांगण में मंगल प्रवेश हुआ।



प्रातः मोतीतालाब पारा के सिमंधर स्वामी मंदिर से श्री जैन श्वेताम्बर समाज जगदलपुर के श्रद्धालुओं के साथ निकल कर मुख्य मार्ग से होते हुए बालाजी वार्ड स्थित श्री धर्मनाथ जिनालाय के प्रांगण में पहुंचे जहाँ साध्वी वृंद की जैन समाज की ओर आत्मीय आगवानी की गई।



श्री धर्मनाथ जिनालाय के प्रांगण स्थित उपाश्रय में आप आगामी चातुर्मास हेतु विराजेंगे।

प्रवेश के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में श्री ओसवाल जैन श्वेताम्बर समाज अध्यक्ष मनोहर लुनिया, श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष विनोद डाकलिया, पदाधिकारियों व सदस्यों ने स्वागत किया व चातुर्मास में ज्यादा से ज्यादा धर्म ध्यान से जुड़ने की भावना प्रकट की। इस अवसर पर बाहर से बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग पधारे थे।

अपने प्रवचन में साध्वी श्री ने सभी से आत्म कल्याण के मार्ग पर चलने की बात की व बताया कि चातुर्मास के दौरान धर्ममार्ग पर चल दुर्लभ मानव जीवन को सफल करें।


ज्ञात हो कि साध्वी वृंद में श्री शुक्लप्रज्ञा श्री जी जगदलपुर के लुकड़ परिवार की बेटी हैँ और 21 वर्ष पूर्व उन्होंने इस नश्वर संसार को छोड़कर संयम मार्ग अपना लिया था और प्रसिद्ध तीर्थ भूमि पालिताना (गुजरात ) में श्री शशिप्रभा श्री जी की शिष्या बन गई थी। आपके आगमन से समाज में सर्वत्र ख़ुशी व उत्साह परिलक्षित हो रहा हैं।

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