जगदलपुर : बलिराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय डिमरापाल के डॉक्टरों ने एक महत्वपूर्ण शोध कर यह साबित किया है कि ऑपरेशन के बाद खट्टा खाने...
जगदलपुर: बलिराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय डिमरापाल के डॉक्टरों ने एक महत्वपूर्ण शोध कर यह साबित किया है कि ऑपरेशन के बाद खट्टा खाने से घावों में संक्रमण नहीं होता। यह शोध 2-3 महीने तक चला, जिसमें सर्जरी वार्ड के मरीजों को शामिल किया गया था।
शोध के दौरान मरीजों को दो समूहों में बांटा गया: एक समूह को खट्टा खाने के लिए दिया गया, जबकि दूसरे समूह को खट्टे खाद्य पदार्थों से दूर रखा गया। कुछ हफ्तों की निगरानी के बाद दोनों समूहों के मरीजों में सामान्य लक्षण पाए गए। इस निष्कर्ष से यह स्पष्ट हो गया कि खट्टा खाने से ऑपरेशन या चोट लगे घावों में संक्रमण नहीं होता।
डॉ. प्रदीप पांडेय ने बताया कि यह शोध बलिराम कश्यप स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय के सर्जरी वार्ड में किया गया था। मेकाज अधीक्षक डॉ. अनुरूप साहू ने भी इस निष्कर्ष की पुष्टि की और कहा कि खट्टे खाद्य पदार्थों में मौजूद विटामिन सी का घाव पकने से कोई संबंध नहीं है।
इस शोध कार्य में प्रमुख रूप से डॉक्टर कमलेश ध्रुव, डॉ. प्रदीप पांडे, और आहार विशेषज्ञ दीक्षा बनर्जी के निर्देशन में अंकित वर्मा, अंशुल सिंह, अंजू चौहान, और आराधना जायसवाल ने भाग लिया।
डॉ. साहू ने आम जनता से अपील की है कि वे इस तरह के अंधविश्वास से दूर रहें और संतुलित आहार ग्रहण करें ताकि बीमारियों से जल्दी ठीक हो सकें। इस शोध ने यह साबित कर दिया है कि खट्टा खाने से घाव पकने का डर नहीं है, जिससे लोगों के मन में मौजूद एक बड़ा अंधविश्वास टूट गया है।
शोध के निष्कर्षों ने चिकित्सा क्षेत्र में एक नया दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है और यह सुनिश्चित किया है कि मरीज अपने आहार को लेकर बेवजह चिंतित न हों। इस तरह के शोध कार्य चिकित्सा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और समाज को वैज्ञानिक तथ्यों पर आधारित जानकारी प्रदान करते हैं।
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