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बस्तर में अवैध अतिक्रमण पर वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, 11 ग्रामीणों को जेल भेजा गया

जगदलपुर : बस्तर जिले के भानपुरी परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत बनियागांव के पिपलावण्ड ग्राम कोटेकामा डोंगरीगुड़ापारा में अवैध अतिक्रमण क...

जगदलपुर : बस्तर जिले के भानपुरी परिक्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत बनियागांव के पिपलावण्ड ग्राम कोटेकामा डोंगरीगुड़ापारा में अवैध अतिक्रमण के मामले में वन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11 ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इन ग्रामीणों पर वन अधिनियम 1927 की धारा 26 एवं लोक सम्पत्ति क्षति निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3(1) के तहत आरोप लगाए गए हैं।



वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिपलावण्ड बीट क्रमांक आर.एफ. 1107 के अंतर्गत इन ग्रामीणों ने लगभग 6 हेक्टेयर वन क्षेत्र में पेड़ों की कटाई कर अतिक्रमण करने का प्रयास किया था। इस दौरान वन परिक्षेत्र अधिकारी भानपुरी पदम लाल पाण्डे के नेतृत्व में वनरक्षक देवेश मौर्य और उपवनक्षेत्रपाल बुधरूराम कश्यप ने वन प्रबंधन समिति पिपलावण्ड के सहयोग से इन अपराधियों को रंगे हाथों पकड़ा। 


गिरफ्तार किए गए 11 ग्रामीणों में भागीरथी, पदम, और नंदलाल सहित अन्य शामिल हैं। इन सभी पर वन अपराध प्रकरण दर्ज कर उनके द्वारा काटे गए वनों को जप्त कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को 27 अगस्त 2024 को महारानी अस्पताल जगदलपुर में चिकित्सीय परीक्षण के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 9 सितंबर 2024 तक के लिए न्यायिक हिरासत में केंद्रीय जेल जगदलपुर भेज दिया गया।


इस कार्रवाई को मुख्य वनसंरक्षक जगदलपुर, आर.सी. दुग्गा के मार्गदर्शन और वनमण्डलाधिकारी बस्तर उत्तम कुमार गुप्ता के निर्देशन में अंजाम दिया गया। इस दौरान वन विभाग के कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें उपवनमण्डलाधिकारी आई. पी. बंजारे, योगेश कुमार रात्रे, और वन परिक्षेत्र अधिकारी बी.डी. मानिकपुरी प्रमुख हैं।


क्षेत्र में इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया है, और वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के खिलाफ यह सख्त कदम भविष्य में ऐसे प्रयासों को रोकने के लिए एक कड़ा संदेश है।

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