जगदलपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश में हाल ही के दिनों में भगवान गणेश और देवी दुर्गा की कुछ अभद्र व विकृत प्रतिमाएँ बनाए जाने की खबरों पर छत्तीसगढ़...
जगदलपुर: छत्तीसगढ़ प्रदेश में हाल ही के दिनों में भगवान गणेश और देवी दुर्गा की कुछ अभद्र व विकृत प्रतिमाएँ बनाए जाने की खबरों पर छत्तीसगढ़ मूर्तिकार एवं चित्रकार संघ ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। संघ का कहना है कि इस प्रकार की मूर्तियाँ हमारी संस्कृति, आस्था और परंपरा का अपमान है, जिसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता।
संघ के पदाधिकारियों ने स्पष्ट किया कि भगवान और देवी-देवियों की प्रतिमाएँ सदियों से हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा रही हैं। इनकी मर्यादा और गरिमा बनाए रखना हर कलाकार का कर्तव्य है। ऐसे में अभद्रता और विकृति को बढ़ावा देने वाली प्रतिमाओं का निर्माण न केवल समाज की भावनाओं को ठेस पहुँचाता है, बल्कि कला जगत की गरिमा को भी धूमिल करता है।
संघ ने सभी कलाकारों और मूर्तिकारों से अपील की है कि वे शुद्ध आस्था और परंपरा के अनुरूप ही प्रतिमाएँ बनाएँ तथा किसी भी प्रकार की अनुचित, अभद्र या विकृत मूर्तियों के निर्माण से बचें। साथ ही प्रशासन से भी ऐसी गतिविधियों पर नियंत्रण रखने की मांग की गई है।
संघ का मानना है कि कला समाज को जोड़ने और संस्कृति को आगे बढ़ाने का माध्यम है, इसलिए कलाकारों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए संस्कृति और आस्था की मर्यादा का संरक्षण करना चाहिए।
No comments