विमलेंदु शेखर झा माओवादी संगठन को आज एक बड़ा झटका लगा है। 5 राज्यों में मोस्ट वांटेड माओवादी नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ भूपति उर्फ सोन...
विमलेंदु शेखर झा
माओवादी संगठन को आज एक बड़ा झटका लगा है। 5 राज्यों में मोस्ट वांटेड माओवादी नेता मल्लोजुला वेणुगोपाल उर्फ भूपति उर्फ सोनू दादा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आधिकारिक तौर पर सरेंडर कर दिया। उनके साथ कुल 61 माओवादियों ने भी आत्मसमर्पण किया है। भारी मात्रा में हथियारों के साथ यह समर्पण माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
माओवादी संगठन के लिए यह दिन किसी झटके से कम नहीं। 45 वर्षों तक संगठन में विभिन्न पदों पर रहकर पोलित ब्यूरो मेंबर के स्तर तक पहुंचे भूपति उर्फ सोनू दादा ने आखिरकार हथियार डाल दिए। उन्होंने अपने 60 साथियों के साथ गढ़चिरौली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमर्पण किया।
बताया जा रहा है कि समर्पण के दौरान उन्होंने 50 से अधिक आधुनिक हथियार सरकार के हवाले किए। भूपति पर 5 राज्यों में 10 करोड़ से अधिक का इनाम घोषित था।
भूपति के साथ समर्पण करने वालों में 2 DKSZCM मेंबर्स सोलकुला सरोज उर्फ लता और ईर्री मोहन रेड्डी उर्फ विवेक,
साथ ही 10 डिवीसीएम, 1 डिप्टी कमांडर, 6 ACM, 16 PPCM और 25 प्लाटून सदस्य शामिल हैं।
यह समर्पण माओवादी संगठन के अंदर चल रहे आपसी मतभेदों और टूट का बड़ा संकेत माना जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक, जब से भूपति ने शांति वार्ता की बात रखी थी, संगठन के भीतर उनके विरोध में आवाजें उठने लगी थीं।
गौरतलब है कि भूपति की पत्नी तारक्का ने भी पिछले वर्ष गढ़चिरौली में आत्मसमर्पण कर दिया था। इसके बाद से ही माना जा रहा था कि भूपति भी मुख्यधारा में लौट सकते हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमर्पण करते मल्लोजुला वेणुगोपाल और उनके साथी।
समर्पण के दौरान रखे गए हथियारों के दृश्य।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी।
भूपति उर्फ सोनू दादा का यह आत्मसमर्पण माओवादी संगठन के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। सुरक्षा एजेंसियां इसे माओवाद के खिलाफ चल रही मुहिम की बड़ी सफलता मान रही हैं।
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