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बस्तर लोकोत्सव का भव्य शुभारंभ, लालबाग मैदान में गूंजे लोकसंस्कृति के सुर सांसद महेश कश्यप व भोजराज नाग ने किया दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ

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जगदलपुर:  विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा के उपलक्ष्य में लालबाग मैदान में आयोजित स्वदेशी मेला एवं बस्तर लोकोत्सव का आज भव्य शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित बस्तर सांसद महेश कश्यप एवं कांकेर सांसद भोजराज नाग ने पारंपरिक विधि से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।


कार्यक्रम के उद्घाटन के साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का मनमोहक दौर आरंभ हुआ। स्थानीय कलाकारों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं ने पारंपरिक नृत्य और लोकगीतों से वातावरण को रंगीन बना दिया। वहीं अयोध्या से पधारी रामलीला मंडली ने भगवान श्रीराम के जीवन प्रसंगों का प्रभावशाली मंचन कर श्रद्धालुओं को भक्ति और अध्यात्म के भाव में सराबोर कर दिया।




आयोजकों के अनुसार बस्तर लोकोत्सव के अंतर्गत 4 से 7 अक्टूबर तक प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इन कार्यक्रमों में प्रसिद्ध कलाकार रुपाली जग्गा, उदय मलिक, अभिजीत सावंत, पवनदीप राजन, चेतना भारद्वाज तथा सक्षम कलेक्टिव बैंड (दंतेवाड़ा) अपनी प्रस्तुतियों से जनसमूह का मनोरंजन करेंगे।


इस अवसर पर सांसद महेश कश्यप ने कहा कि बस्तर की सांस्कृतिक विरासत, परंपराएँ और लोककला हमारी पहचान हैं। रामायण काल में बस्तर दण्डकारण्य क्षेत्र के रूप में जाना जाता था, जहाँ प्रभु श्रीराम ने अपने वनवास काल में निवास किया था। बस्तर दशहरा केवल एक पर्व नहीं, बल्कि सामाजिक एकता, समरसता और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है।


वहीं कांकेर सांसद भोजराज नाग ने अपने संबोधन में कहा कि “स्वदेशी मेला और बस्तर लोकोत्सव हमारी लोकसंस्कृति, हस्तशिल्प और जनजातीय परंपराओं को नई पीढ़ी तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम है। यह आयोजन बस्तर अंचल की सांस्कृतिक आत्मा को जीवंत रखता है।”

लालबाग मैदान में उमड़े जनसमूह के बीच पूरे क्षेत्र में लोककला, हस्तशिल्प, और स्वदेशी उत्पादों की झलक ने उत्सव को एक नई पहचान दी। पारंपरिक संगीत, नृत्य और लोकगीतों की गूंज ने बस्तर की सांस्कृतिक धरोहर को एक बार फिर जीवंत कर दिया।

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