Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

अमित जोगी का बड़ा हमला, सरकार नक्सलवाद खत्म कर बस्तर की लूट की तैयारी में

यह भी पढ़ें -

जगदलपुर (विमलेंदु शेखर झा) : छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने अपने दो दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान साय सरकार प...

जगदलपुर (विमलेंदु शेखर झा) : छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने अपने दो दिवसीय बस्तर प्रवास के दौरान साय सरकार पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सरकार बस्तर से नक्सलवाद समाप्त करने के नाम पर यहां की खनिज संपदा, जल-जंगल और जमीन को बाहरी उद्योगपतियों के हाथों बेचने की तैयारी कर रही है।

जोगी ने जगदलपुर में संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि बस्तर की पहचान उसकी प्राकृतिक संपदा और आदिवासी संस्कृति से है, लेकिन मौजूदा सरकार “विकास” के नाम पर बस्तर की आत्मा को बेचने का काम कर रही है।

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार और उद्योगपतियों की मिलीभगत से यहां की खदानें, जंगल और जमीन बाहरी हाथों में सौंपी जा रही हैं, जिससे स्थानीय लोगों का अस्तित्व और अधिकार दोनों खतरे में हैं।


बस्तर के विकास और अधिकारों पर रखीं 30 बड़ी मांगें

अमित जोगी ने बस्तर के भविष्य और स्थानीय हितों को ध्यान में रखते हुए सरकार के सामने 30 बिंदुओं की मांगपत्र भी रखी। प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं 

1. नगरनार-जगदलपुर विकास प्राधिकरण गठन की मांग, ताकि स्टील प्लांट का लाभ सीधे बस्तर को मिले।

2. खनन लीज केवल तभी दी जाए जब स्थानीय युवाओं को 100% रोजगार आरक्षण मिले।

3. संविधान के अनुच्छेद 25 की बहाली की मांग  धर्म या जाति के आधार पर घृणा फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की अपील।

4. एनएमडीसी स्टील प्लांट के निदेशकों को हर माह कम से कम 10 दिन बस्तर में सेवा देने का नियम बने।

5. बस्तर के जिला अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को आधुनिक मशीनों और विशेषज्ञ डॉक्टरों से सुसज्जित किया जाए।

6. घटिया सड़कों और भ्रष्टाचार की सीबीआई/ईडी जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो।

7. बाढ़ प्रभावित परिवारों को उचित मुआवजा और पुनर्वास पैकेज मिले।

8. सभी खनन और औद्योगिक परियोजनाओं की पर्यावरणीय जांच संभागीय स्तर पर की जाए।

9. डीएमएफ फंड के दुरुपयोग की जांच और लाभ का सही बंटवारा सुनिश्चित हो।

10. पात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास और “मोर आस-मोर आवास” योजना का लाभ दिया जाए।

11. बस्तर की प्रमुख सड़कों को भारतमाला प्रोजेक्ट से जोड़ने की मांग।

12. रावघाट परियोजना और आमदई निक्को खदान की स्वीकृतियों की जांच की मांग।

13. मक्का प्रोसेसिंग प्लांट में किसानों की हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाए।

14. खनन से प्रभावित किसानों को लाल पानी से हुए नुकसान का मुआवजा मिले।

15. अबूझमाड़ क्षेत्र में फर्जी रजिस्ट्री की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो।

16. रेल, सड़क और हवाई संपर्क को बेहतर बनाने के लिए घोषित योजनाओं को तत्काल लागू किया जाए।

17. वन अधिकार अधिनियम 2005 के तहत असली कब्जाधारियों को पट्टा मिले।

18. भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग।

19. बस्तर के प्राकृतिक पर्यटन स्थलों को संरक्षित और विकसित किया जाए।

20. फर्जी मतदाता और आधार कार्ड की जांच हो।

21. बेरोजगारों के लिए शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और फुटपाथ मार्केट की मांग।

22. विश्वविद्यालयों में तकनीकी विषयों के रिक्त पदों पर भर्ती की मांग।

23. इंद्रावती विकास प्राधिकरण को पुनः स्थापित करने की मांग।

24. सभी सरकारी संस्थानों में स्थानीय भर्ती को 100% आरक्षण के साथ लागू किया जाए।

25. ट्रायबल डिपार्टमेंट और परियोजनाओं की भौतिक जांच की मांग।

26. सभी लौह खदानों में रॉयल्टी समीक्षा और संयुक्त निगरानी प्रणाली की स्थापना।

27. बस्तर विकास के लिए स्थानीय समिति के गठन की मांग।

28. वनोपज प्राधिकरण गठन की मांग ताकि संग्रहण नीति में सुधार हो।

29. अंतरराष्ट्रीय खेल अकादमी और स्टेडियम की स्थापना की मांग।

30. सैनिक स्कूल और एम्स जैसी संस्थाओं की स्थापना कर युवाओं और जनता को अवसर देने की मांग।

तीसरे विकल्प की तलाश में जोगी:

अमित जोगी ने कहा कि उनकी पार्टी छत्तीसगढ़ में तीसरे विकल्प के रूप में जनता को एक स्वच्छ, स्थानीय और जनता केंद्रित राजनीति देना चाहती है।

अब देखने वाली बात यह होगी कि क्या उनकी यह रणनीति जनता कांग्रेस (जोगी) को फिर से राजनीतिक अस्तित्व दिलाने में सफल होती है या नहीं।

No comments