जगदलपुर : इस मानसूनी मौसम में पहली बार भारी बारिश ने शहर की जलनिकासी व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। गुरुवार की शाम से शुरू हुई ...
जगदलपुर : इस मानसूनी मौसम में पहली बार भारी बारिश ने शहर की जलनिकासी व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर कर दिया है। गुरुवार की शाम से शुरू हुई बारिश ने रात के समय तेज़ी पकड़ ली, जिससे शहर के कई वार्डों में गंभीर जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। सड़कें और गलियां पूरी तरह से पानी में डूब गईं और कई वार्डों में घरों के भीतर भी पानी घुस गया।
इस बारिश ने लगभग डेढ़ दशक बाद शहर में इतनी गंभीर स्थिति उत्पन्न की है। जलभराव की मुख्य वजह शहर के बाहर निकलने वाले प्राकृतिक प्रवाह के रास्तों पर हुए निर्माण हैं। शहर की पानी निकासी के लिए बनाए गए तीस बड़े नाले भी इस बार पानी को बाहर निकालने में असमर्थ रहे।
गंगानगर वार्ड निवासी संजय ने बताया कि पहले यहां जलभराव की समस्या नहीं थी, लेकिन पिछले दो वर्षों से नगर निगम के अव्यवस्थित नाला निर्माण और नए मकानों के कारण पानी का निकासी का रास्ता बंद हो गया है और अब यह पानी वार्ड में घुस रहा है। इसी दौरान कोतवाली थाना परिसर में एक विशाल पेड़ गिर गया, जिसके नीचे कई गाड़ियां दब गईं। बारिश के कारण विद्या ज्योति स्कूल, क्राइस्ट कालेज और निर्मल विद्यालय सहित कई स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई।
लोक निर्माण विभाग के सभापति यशवर्धन राव ने कहा कि इस बार कई नए क्षेत्रों में जलभराव देखा गया है। बारिश से पूर्व तीन बड़े नालों के निर्माण के लिए तीन करोड़ रुपये की निविदा जारी की गई है। इसमें खपराभट्टीपारा से गोरिया बहार नाला तक एक करोड़ 99 लाख, रमैया वार्ड में पटेल घर से दलपत सागर बंड तक 50 लाख और कादंबरी से दलपत सागर बंड तक 68 लाख रुपये से नाली निर्माण होगा। हालांकि, निजी भूमि पर आने के कारण इन नालों के निर्माण में समस्याएं आ रही हैं।
राव ने बताया कि इन नालों के निर्माण से कुछ हद तक समस्या कम हो जाएगी, लेकिन नए क्षेत्रों में जलभराव की समस्या को देखते हुए और बड़े नालों के निर्माण की आवश्यकता है। इनमें गंगानगर से गीदम रोड पुलिया तक, क्राइस्ट कालेज से गायत्री नगर होते हुए दलपत सागर तक, लालबहादुर शास्त्री वार्ड-महारानी वार्ड से सनसिटी होते हुए गोरिया बहार तक और कुशाभाऊ ठाकरे वार्ड धरमपुरा में बड़े नालों का निर्माण किया जाएगा। शीघ्र ही इसके लिए विस्तृत योजना तैयार की जाएगी।
शहर के कई क्षेत्रों जैसे सरदार वल्लभभाई पटेल, गंगानगर, गांधीनगर, लोकमान्य तिलक वार्ड, दलपत सागर वार्ड, सनसिटी के पीछे का भाग, चंद्रशेखर आजाद वार्ड और नयामुंडा में सुबह लगभग दो से तीन घंटे तक पानी का जलभराव देखा गया। दोपहर तक पानी उतर गया था, लेकिन शाम को हुई तेज बारिश के बाद जलभराव की स्थिति फिर से उभर आई।
दलपत सागर वार्ड के पार्षद नरसिंह राव ने कहा कि धरमपुरा क्षेत्र में जलनिकासी की व्यवस्था संभाली गई थी, लेकिन परिसीमन के बाद जुड़े वार्ड में निर्माण के कारण पानी ने अपना रास्ता बदल लिया और बैकवाटर की वजह से कई नए क्षेत्रों में जलभराव की समस्या उत्पन्न हो गई। लोगों के घरों में पानी घुस गया और सड़क पर खड़ी कारें और बाइक भी पानी में डूब गईं।
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