Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

कच्चे आरी डोंगरी खदान में 5000 पेड़ों की अवैध कटाई का आरोप, कार्रवाई न होने से बढ़ा जन आक्रोश

यह भी पढ़ें -

भानुप्रतापपुर:  भानुप्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम कच्चे आरी डोंगरी स्थित लोह अयस्क खदान में गोदावरी इस्पात प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बड़े पैमाने पर...

भानुप्रतापपुर: भानुप्रतापपुर ब्लॉक के ग्राम कच्चे आरी डोंगरी स्थित लोह अयस्क खदान में गोदावरी इस्पात प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के आरोप एक बार फिर सामने आए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कंपनी पिछले 16 वर्षों से खनन कार्य कर रही है, जिसके दौरान पर्यावरणीय मानकों और अनुमति प्रक्रिया की निरंतर अनदेखी की जा रही है।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि कंपनी ने बिना अनुमति 5000 से अधिक पेड़ों की कटाई कर दी और कटे हुए पेड़ों की लकड़ी को भी मौके से गायब कर दिया। इसी गंभीर मुद्दे को लेकर 11 नवंबर 2025 को क्षेत्रवासियों ने दल्ली–राजहरा रोड पर चक्का जाम कर जोरदार विरोध दर्ज कराया था।

विरोध के बाद चक्का जाम स्थल पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस विभाग और वन विभाग के अधिकारियों ने लिखित आश्वासन दिया था कि एक सप्ताह के भीतर जांच कर कंपनी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। लेकिन अब 15 दिन बीत जाने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होने से लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

ग्रामीणों और स्थानीय नेताओं का आरोप है कि पूर्व वन मंडल अधिकारी, भानुप्रतापपुर की गोदावरी इस्पात कंपनी से मिलीभगत के कारण कार्रवाई लंबित है, जिससे आरोपों पर संदेह और गहरा हो रहा है।

इसी बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता रामनारायण उसेंडी ने गंभीर नाराज़गी जताते हुए कहा कि कंपनी द्वारा की गई अवैध कटाई पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि

यदि 5000 पेड़ों की अवैध कटाई पर गोदावरी इस्पात के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो शिवसेना वन मंडल अधिकारी कार्यालय के विरुद्ध बड़ा आंदोलन करेगी।

ग्रामीणों का कहना है कि पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाने वाले ऐसे कृत्यों को अनदेखा करना क्षेत्र की पारिस्थितिकी के साथ खिलवाड़ है। अब सबकी नजरें प्रशासन और वन विभाग पर हैं कि वे क्या कदम उठाते हैं।


No comments